
छत्तीसगढ़ में कोरबा जिले के ट्रांसपोर्ट नगर से लगे तुलसीनगर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक जमीन अंदर धंस गया. भू-धंसान की इस घटना के बाद देखने वालों की भीड़ लग गई. सुरक्षा के नाम सिर्फ रोड में लगाने वाले बैरिकेड लगा दिए गए हैं. आपको बता दें कि कोरबा में सन् 1980 के दशक में कोयला खदान को कोयला उत्खनन के बाद बंद कर दिया गया था, जिसका मुहाना तुलसी नगर के पास था. जानकारों की मानें तो उस समय एसईसीएल ने खदान के मुहाने को पूरी तरह बंद कर दिया था, लेकिन 30 साल बाद बारिश के पानी से जमीन करीब 50 फीट से ज्यादा गहरी अंदर धंस गई. जिस जगह भू-धंसान हुआ है वह रिहायशी क्षेत्र है. वहां आसपास घर और स्कूल भी मौजूद हैं. इस घटना के बाद से खतरा मंडराने लगा है.
from Latest News छत्तीसगढ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2OeKqyX
No comments:
Post a Comment