अपने भीतर प्रभु का प्रेम अनुभव करने से हमारे अंदर नम्रता आती है. जब हमारे अंदर आत्मिक नम्रता का विकास होता है तब धन, मान-प्रतिष्ठा, ज्ञान और सत्ता का अहंकार नहीं आ पाता from Latest News लाइफ़ News18 हिंदी https://ift.tt/2JNYhsD
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